- 97 Posts
- 139 Comments
हिन्दुस्तानमेंधर्मवजातिगतराजनीतिकोईनयामुद्दानहींहैआमबातहै ! विगतदिनोंमध्यप्रदेशदौरेपरटीकमगढ़मेंकांग्रेसपार्टीकेयुवासेनापतिराहुलगांधीकायहस्टेटमेंटकिसिमीऔरआरएसएसदोनोंएकजैसीविचारधाराकेकट्टरवादीसंघठनहैं, दोनोंमेंवैचारिकतौरपरकट्टरतामेंकोईफर्कनहींहै, राहुलबाबानेस्पष्टतौरपरअपनेसमर्थकोंकेसमक्षयहकहदियाकिसंघवसिमीजैसीविचारधारारखनेवालोंकीकांग्रेसपार्टीमेंकोईजगहनहींहैहालांकिराहुलगांधीकेभाषाईतेवरदेखकरयहस्पष्टझलकरहाथाकिवेमध्यप्रदेशमेंदिग्विजयसिंहकीबोलीबोलरहेहैं। संघकीसिमीसेतुलनाकरनानिसंदेहएकविवादास्पदवक्तव्यकहाजासकताहैक्योंकिसिमीएकप्रतिबंधितसंघठनहै, औरजोसंघठनप्रतिबंधितहोउससेकिसीजनसामान्यसेजुड़ेकिसीसंघठनकीतुलनाकरनाअपनेआपमेंविवादकोजन्मदेताहै, खैरतुलनात्मकस्टेटमेंट, नासमझी, समझदारी, समर्थन, विरोध, परिपक्वता, अपरिपक्वता, येअलगमुद्देहैंइनमुद्दोंपरचर्चा–परिचर्चाकेलिएराजनैतिकदलसक्रीयवक्रियाशीलहैं । हालांकियहमुद्दाइतनाबड़ानहींहैकिइसपरचर्चाकीजाए, लेकिनइसमुद्देअर्थातराहुलगांधीकेसिमीवआरएसएसकेसंबंधमेंदिएगएकथनकेअन्दरछिपेरहस्यात्मककूटनीतिकभावपरचर्चाकरनालाजिमीहै, यहाँपररहस्यात्मकभावसेमेरातात्पर्यजातिगतवधर्मगतराजनीतिसेपरेहै ।
…
जीहाँ, राहुलगांधीकायहविवादास्पदकथनठीकउससमयआनाजबअयोध्यास्थितरामजन्मभूमि – बाबरीमस्जिदविवादपरइलाहावादहाईकोर्टकीलखनऊबेंचकेफैसलाआनेकेफलस्वरूपकुछेकराजनैतिकदलफैसलेकेपक्षअथवाविपक्षमेंअपनेअपनेकथनजारीकरवोटकीराजनीतिकररहेथे, जबकिहोनातोयहचाहिएथाकिकिसीभीराजनैतिकपार्टीकोअयोध्याफैसलेपररोटीसेंकनेकाप्रयासनकरतेहुएशान्तिवसौहार्द्रबनाएरखनेकोतबज्जोदेनाचाहिएथाजोपरिलक्षितनहींहुआ ! यहाँविचारणीयबातयहहैकिअयोध्याजैसेसंवेदनशीलमुद्देपरपहलेहीबहुतराजनैतिकपैंतरेवाजीहोचुकीथीजोअबनहींहोनीचाहिएथीलेकिनऐसानहोतेहुएलोगोंनेपुन: इसमुद्देकोभुनानेकीकसरनहींछोडी। यहस्पष्टतौरपरझलकरहाथाकिअयोध्यामुद्देकेफैसलेसेकांग्रेसपार्टीकोनतोकोईराजनैतिकलाभथाऔरनहीहानि, लेकिनदूसरेदलोंकोप्रत्यक्षअथवाअप्रत्यक्षरूपसेकुछनकुछलाभजरुरथा, इसराजनैतिकलाभ–हानिकेद्रष्ट्रीकोणसेहीराहुलगांधीकेस्टेटमेंटकोआंकाजासकताहै। हुआदरअसलयहकिजबजातिगतवधर्मगतराजनीतिअर्थातवोटकीनीतिकीबातहोतथाकुछेकराजनैतिकदलमुद्देकोभुनानेकीकोशिशकरेंतबकांग्रेसकैसेचुपरहसकतीहै, औरचुपरहनाराजनैतिकद्रष्ट्रीकोणसेलाजिमीभीनहींहै !
…
अबहमराहुलगांधीकेस्टेटमेंटमेंछिपेरहस्यात्मकभावपरचर्चाकरतेहैं, अपनेदेशमेंहिन्दूहोंयामुस्लिमहोंदोनोंहीभावनात्मकवव्यवहारिकरूपसेदोहिस्सोंमेंबंटेहुएहैंकुछमंदिर–मस्जिद, जाति–धर्मकीराजनीतिकेपक्षधरहैंतोकुछघोरविरोधीभीहैं, ठीकयहस्थितिहिन्दूवमुस्लिमवर्गमेंआरएसएसव्सिमीकोलेकरभीहै ! मेराव्यक्तिगततौरपरऐसामाननाहैकिहिन्दूवर्गमेंहीकुछेककट्टरपंथविचारधाराकेसमर्थकहैंतोकुछविरोधीभीहैंठीकउसीप्रकारमुस्लिमवर्गमेंभीसमर्थनवविरोधकीस्थितिहै, कहनेकातात्पर्ययहहैकिमुस्लिमवर्गमेंहीकुछेकसिमीकासमर्थनकरतेहैंतोकुछविरोधभीकरतेहैं, ठीकइसीतरहहिन्दूवर्गमेंभीआरएसएसकासमर्थनवविरोधदोनोंहै ! राजनैतिकद्रष्ट्रीकोणसेमहत्वपूर्णपहलूयहहैकिहिन्दूवर्गवमुस्लिमवर्गमेंसाफ्टकार्नररखनेवालावहहिस्साजिसेजातिगतवधर्मगतवोटकीराजनीतिसेकुछलेना–देनानहींहै, नतोवहकिसीकेसमर्थनमेंहैऔरनहीकिसीकेविरोधमेंहै, अब सवाल यह है कि इसवर्गअर्थातहिस्सेकोकौनव्कैसेभावनात्मकवरहस्यात्मकढंगसेअपनीओरखींचे !! यहवहवर्गअर्थातहिस्साहैजिसेमंदिर–मस्जिद, हिन्दू–मुस्लिमयुक्तकट्टरराजनीतिसेकोईलेना–देनानहोकरशान्तिवसौहार्द्रसेलेना–देनाहै, इसवर्गकोदेशमेंएकऐसीराजनैतिकपार्टीकीजरुरतहैजोअमन–चैनवशान्ति–सौहार्द्रकीपक्षधरहो ! कहींऐसातोनहींराहुलगांधीकेइसस्टेटमेंटमेंयहीरहस्यात्मकभावछिपाहुआहैतथाइसस्टेटमेंटकेमाध्यमसेइसवर्गविशेषकासमर्थनजुटानेकाभरपूरप्रयासकियाहै !!
…
Read Comments