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नक्सलवादकोविचारधाराकेरूपमेंपरोसाजानाअपनेआपमेंनक्सलवादकासमर्थनकरनाहै ! अक्सरकईबुद्धिजीवीवर्गकेमहानुभावोंनेनक्सलवादकोविचारधारामानाहै, येउनकेअपनेअपनेविचारकहेजासकतेहैंक्योंकिकिसीकोनक्सलवादएकविचारधारादिखाईदेतीहैतोकिसीकोसमस्याबतौरगैर–कानूनीसंघठननजरआताहै ! नक्सलवादपरलोगोंकेअनेकप्रकारकेमतहैंऔरआगेभीरहेंगेलेकिनमेरामाननाहैकीनक्सलवादएकसमस्याहैऔरसमस्यारहेगी, नक्सलवादीगतिविधियाँअसंवैधानिकहैजिसकासमर्थनकरनाकतईउचितनहींहै।यहाँपरमैंयहस्पष्टकरनाचाहूंगाकिनक्सलवादकीजबशुरुवातहुईउससमयनिश्चिततौरपरनक्सलवादकीविचारधारासकारात्मकवसंघर्षपूर्णथीकिन्तुवर्त्तमानमेंनक्सलवादकीजोकार्यशैलीहैउसेविचारधाराकहनासार्थकवउचितनहींहोगाक्योंकिआये–दिननक्सलियोंनेजोमारकाट, विस्फोट, बमधमाके, ह्त्या, थानेवपुलिसकेम्पोंपरआक्रमणकीनीतिअपनाईहुईहैउसेकतईविचारधारानहींकहाजासकता।
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नक्सलवादविचारधाराहैअथवानहींहैइसपरचर्चा–परिचर्चा, वाद–विवाद, विचारविमर्शकियाजासकताहैक्योंकिकिसीभीलोकतंत्रमें “विचारधारायाआंदोलन” हमउसेकहसकतेहैंजोसार्वजनिकरूपसेअपनापक्षरखे …. नकिबंदूकेंहाथमेंलेकरजंगलमेंछिप–छिपकरमारकाट, विस्फ़ोटकरजन–धनकोक्षतिकारितकरे।यदिअपनेदेशमेंलोकतंत्रनहोकरनिरंकुशशासनअथवातानाशाहीप्रथाकाबोलबालाहोतातोयहकहाजासकताथाकिहाथमेंबंदूकेंजायजहैं ….. परलोकतंत्रमेंबंदूकेंआपराधिकमांसिकतादर्शितकरतीहैं, अपराधकाबोधकरातीहैं … बंदूकेंहाथमेंलेकर, सार्वजनिकरूपसेग्रामीणोंकोपुलिसकामुखबिरबताकरफ़ांसीपरलटकाकरयाकत्लेआमकर, भयवदहशतकामाहौलपैदाकरभोले–भालेआदिवासीग्रामीणोंकोअपनासमर्थकबनालेना … कौनकहताहैयहप्रसंशनीयकार्यहैऔरकौनइसेविचारधारामानलेगा !
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अगरकुछतथाकथितलोगइसेविचारधाराहीमानतेहैंतोवेयेबतायेंकिवर्तमानमेंनक्सलवादकेक्यासिद्धांत, रूपरेखा, उद्देश्यहैंजिसपरनक्सलवादकामकररहाहै …. दो–चारऎसेकार्यभीपरिलक्षितनहींहोतेजोजनहितमेंकियेगयेहों, परहिंसकवारदातेंउनकीविचारधारास्वमेवबयांकररहीहैं, इसरास्तेपरचलकरवहकहांपहुंचनाचाहतेहैं …. क्यायहरास्ताएकअंधेरीगुफ़ासेनिकलकरदूसरीअंधेरीगुफ़ामेंजाकरसमाप्तनहींहोता! नक्सलवादीढांचेकेसदस्यों, प्रत्यक्षवअप्रत्यक्षरूपसेसमर्थनकररहेबुद्धिजीवियोंसेयहप्रश्नहैकिवेबताएं, नक्सलवादनेक्या–क्यारचनात्मककार्यकियेहैंऔरक्या–क्याकररहेहैं ….. शायदवेजवाबमेंनिरुत्तरहोजायें … क्योंकियदिकोईरचनात्मककार्यहोरहेहोतेतोवेकार्यदिखाईदेते…. दिखाईदेतेतोयेप्रश्नहीनहींउठता …. परनक्सलवादकेकारनामें … कत्लेआम … लूटपाट … मारकाट … बारूदीसुरंगें … विस्फ़ोट … आगजनी … जगजाहिरहैं … अगरफ़िरभीकोईकहताहैकिनक्सलवादविचारधाराहैतोबेहदनिंदनीयहै।
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